"एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, सोलन द्वारा एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन



"एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, सोलन द्वारा एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन

PTN/Solan/19 March 2025/Vineet Singh 

एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, सोलन ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) सोलन के सहयोग से 19 मार्च 2024 को 'कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के उपलक्ष्य में एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया।

इस कार्यक्रम में सहायक प्रोफेसर डॉ. अनीता वर्मा द्वारा मानवर्धक प्रस्तुतियों दी गई, साथ ही ‌द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों 'कल्पना और विक्रम ने "पीओएसएच अधिनियम (POSH Act) और यौन उत्पीड़न जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके अतिरिक्त, छात्रों ने यौन उत्पीड़न पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें यह दिखाया गया कि यौन उत्पीडन व्यक्तियों को कैसे प्रभावित करता है और इसके खिलाफ आवाज उठाना क्यों आवश्यक है।

सहायक प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष श्री गुलशन कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के विषय पर विस्तार से जानकारी दी और मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस अवसर पर निदेशक (शैक्षणिक) प्रो. (डॉ.) पी.पी. शर्मा और निदेशक (गुणवत्ता एवं कल्याण) सुश्री साची सिंह उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि माननीय अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोलन, श्रीमती आकांक्षा डोगरा थी। उन्होंने यौन उत्पीड़न से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए कठोर कानूनी कार्रवाई और सामाजिक जागरुकता की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा,

"यौन उत्पीड़न मानव गरिमा का गंभीर उल्लंघन है और इसे किसी भी स्थिति में बर्दास्त नहीं किया जाना चाहिए।"

उन्होंने संस्थानों से "सख्त नीतियाँ लागू करने, सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने और पीड़ितों को *आगे आने और अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आहवान किया।

इसके बाद, सुश्री साची सिंह ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने मुख्य अतिथि के बहुमूल्य समय और विचारों के लिए आभार प्रकट किया और इस विषय पर साझा की गई महत्वपूर्ण जानकारी के महत्व को दोहराया।

इस कार्यक्रम के माध्यम से "संकाय सदस्यों और छात्रों ने यौन उत्पीडन के विभिन्न प्रभावी को गहराई से समझा। यह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोलन और एलआर इंस्टीट्‌यूट ऑफ लीगल स्टडीज के बीच सहयोगात्मक प्रयास का परिणाम था, जिससे इस गंभीर सामाजिक मुद्दे पर जागरुकता फैलाने में मदद मिली।

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