होली के रंग अपनों के संग 24 मार्च 2024


होली के रंग अपनों के संग 

होली पर्व 2024 पर सभी प्रदेश व देश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं 

लेख :- सोलन /24 मार्च 2024/विनीत सिंह 

कहते हैं, रंग हमारे व्यक्तित्व को दर्शाते हैं रंगों का हमारे दैनिक जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है , होली के रंग अपनों के संग एक नई सोच के साथ आओ रंगों को इंजॉय करें और हम सब एक दूसरे के साथ मिलकर इन रंगों का उत्सव मनायें । 

होली रंगों का त्योहार है, जिस प्रकार प्रकृति ने अपने भीतर सभी रंगों को संजोया हुआ है और प्रकृति बिना किसी भेदभाव के हम सभी को इसका आनंद देती है। 


प्रकृति माता के द्वारा वानस्पतिक जगत में दिए गए रंगों में इतनी विभिन्नताएं है, फिर चाहे वह फल - फ्रूट हों, पेड़ पौधे हो या फूल हों, फूलों में तो मानो प्रकृति ने अपने सभी रंग डाल दिए हैं भिन्न- भिन्न प्रकार के इन फूलों के मनमोहक रंग बस देखते ही बनते हैं सभी का रंग एक दूसरे से भिन्न होता है। 

इस सभी के बीच केवल एक ही बात सामान्य है कि ये धरती की कोख से जन्म लेकर एक दूसरे भिन्न होकर भी धरती माँ की सतह पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं, इतने छोटे से जीवन में भी हमको अपने सोंदर्य से खुशी और उत्साह देते हैं । 

इसी प्रकार से भौतिक वस्तुओं में भी यह विभिन्नताएं भरी पड़ी हैं फिर चाहे वो पहाड़ों के पत्थर हो या मैदानों के पत्थर हों, अलग-अलग प्रकार के लुभावने रंगों में यह पत्थर अपनी उपयोगिता और सुंदर रंगों में उपलब्ध होकर अपनी कीमत बताते हैं, हम और आप इन्हें अपनी पसंद और उपयोगिता के आधार पर चुनाव करते हैं और अपने घरों के आंगन दीवारों व फर्श इत्यादि को सजाते हैं।

इसी प्रकार लोग अपने पसंद के रंगों का चुनाव करते हैं, और अपने घर की दीवारों, दरवाजों और खिड़कियों को उन्हीं रंगों के पेंट से सजाते हैं, जो कि उन्हें पसन्द आते हैं। 




इस प्रकृति माता ने पशु पक्षियों के जगत में भी यह रंगों की विभिन्नता दी हैं।

हम इंसान इन सुंदर-सुंदर रंग-बिरंगे पक्षियों और रंग - बिरंगी तितलियों के रंगों से प्रेरणा लेते हैं, और ऐसे सुंदर और विभिन्नता लिए जानवरों की तस्वीरें बनाते हैं और उनमें पेंटिंग और ड्राइंग के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। 



बहुत ही सुंदरता लिए छोटे- बड़े पक्षियों में एक सुंदर सी चिड़िया जिसके कई रंगों से बने आकर्षक पंख और चोंच में रंगों की विभिन्नताएं होती हैं, किंतु सभी में जो एक बात सामान्य है वह उनकी मासूमियत और उनका चहचहाना जो हमें खुशी देती है।


Stop Racism 

हम इंसानों में भी विभिन्नताएं हमारे बाहरी शरीर के रंगों में देखने को मिलती हैं, हम इंसान जो कि प्राकृतिक रूप, वातावरण के भौगोलिक कारणों से एक दूसरे से भिन्न हैं, जिस के कारण किसी व्यक्ति का रंग गोरा या काला हो सकता है किसी एक व्यक्ति का रंग किसी दूसरे व्यक्ति के रंग से जुदा हो सकता है। हमें प्रकृति की इस व्यवस्था में भेद - भाव का कोई भी अधिकार नहीं है। 



प्रकृति ने भी इंद्रधनुषी रंगों की छटा बिखेर कर सात रंग नियत किये है और इन सभी सात रंगों से ही अन्य सभी रंग बनते हैं, यदि प्रकृति के अनुशासन को देखें कि जब भी इंद्रधनुषी रंगों को दिखाती है तो एक के बाद एक उन्हीं रंगों की पर्तों में दर्शाती है , प्रकृति ने हमारे साथ जब कोई भेदभाव नहीं किया जबकि इस धरती पर रहने वाले सभी जीवो में इंसान को श्रेष्ठ माना जाता है, तो हम इन्सानों को किसी दूसरे इन्सान के रंग रूप, वेश भूष  और उनकी बोली व भाषा जाति और धर्म के आधार पर ऊँच - नीच की भावना व एक- दूसरे से भेद-भाव न करके एक दूसरे की भावनाओं को सम्मान देना चाहिये जबकि हम किसी पुष्प या किसी पक्षी की सुन्दरता की तारीफ़ बिना किसी भेद - भाव के करते हैं तो फिर हम इन्सान दूसरे इन्सान से प्यार को दिखाने में कंजूसी क्यों करते हैं। 

जबकि इंसान के दिमाग और बोलने की शक्ति हमें दूसरे जीवो से जुदा करती हैं क्योंकि हम इंसानों में बौद्धिक शक्ति हैं इसलिए हम बौद्धिक जीव कहलाते हैं, हम किसी भी गलत और सही को अपने बौद्धिक ज्ञान से जान सकते हैं हम सभी में दर्द, दुख - सुख, भूख, संतानोत्पत्ति, नींद, गुस्सा, दया जैसे भाव सामान्य रूप से एक से हैं।
खास बात यह है कि हमें हमारी इन सभी विभिन्नताओं को सेलिब्रेट करना चाहिए और इंजॉय करना चाहिए।
व्यक्ति का उद्धेश्य अपनी नजर से हट कर नजरिए को बदलने और नयी सोच के साथ चलने का होना चाहिए। 
तब ही सही मायनों में हम इन प्राकृतिक रंगों के  त्यौहार 'होली' को मनाने के असल हक़दार होंगे। 


नारंगी रंग :- को पसन्द वाले लोग खुशमिजाज स्पष्ट वादी होते हैं।
लाल रंग :- को पसन्द करने वाले लोग प्रेम करने वाले, एक - दूसरे की देखभाल करने वाले होते हैं। 
काला रंग :- ब्लैक रंग तेज मिजाज़ दूसरे पर हावी होने वाले लेकिन और लीड करने होते हैं जब किसी काम में जुट जाते हैं तो कोई काम करवा कर ही मानते हैं। 
बैंगनी रंग :- को पसंद करने वाला व्यक्ति दिल का साफ होता है। 
आसमानी रंग :-  को पसंद करने वाले लोग आत्मनिर्भर और जिंदा दिल होते हैं। 
नीला रंग :- को पसन्द करने वाले लोग जो स्वभाव से स्वाभिमानी सोच और आशावादी स्वभाव के होते हैं। 
हरा रंग :- को पसन्द करने वाले लोग शांतिप्रिय, रचनात्मकता लिए होते हैं। 
पीला रंग :- पसंद करने वाले लोग खुश रहने वाले और दूसरों को खुश रखने वाले होते हैं, धार्मिक स्वभाव के होते हैं व दूसरों को सही मार्ग दिखाने वाले होते हैं। 
गुलाबी रंग :- को पसन्द करने वाले लोग कोमल हृदय होते हैं जो सरल और साफ हृदय होते हैं। 
सफेद रंग :- को पसन्द करने वाले लोग सादगी पसंद और अकेलापन पसंद करते हैं। 

होली रंगों का त्योहार है, प्रकृति ने अपने भीतर सभी रंगों को संजोया हुआ है, और प्रकृति बिना किसी भेदभाव के हम सभी को इसका आनंद देती है। 
Enjoy Holi with safe and natural colors 
vInShAyAr


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